आराम से खुलकर चुहल करना, या मर्दों की ठरक का ऐसा मीठा जवाब
2.
चुहल करना, चुटकियाँ लेना उन्हें प्रिया भी था और उनके सहज स्वभाव का हिस्सा भी।
3.
चुहल करना, चुटकियाँ लेना उन्हें प्रिया भी था और उनके सहज स्वभाव का हिस्सा भी।
4.
आराम से खुलकर चुहल करना, या मर्दों की ठरक का ऐसा मीठा जवाब देना जिसमें न स्वीकार हो न अस्वीकार, न बीवी को चोट पहुँचे न मियाँ को, यह सब सलीका उसे खूब आता था।
5.
व्यस्क संदेश, द्वीअर्थी बातचीत, रोमांटिक नोवेल-फिल्मों की शौकीन और सबसे खास और अजीब बात यह है कि जिन मर्दों को जानती है उनसे फ्लर्ट करना, धोल धप्पे से बातें करना अन्तरंग बातों को लेकर चुहल करना उसकी आदत है।